सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण में अन्तर
चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है पृथ्वी चंद्रमा सहित सूर्य की परिक्रमा करती है। चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य प्रायः एक सीधा में नहीं होते हैं। किसी समय जब ये एक सीधे रेखा में आ जाते है तो सूर्य ग्रहण और चंद्रग्रहण होते हैं।
चंद्रग्रहण --- जब सूर्य और चंद्रमा एक सीध में होते हैं और पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच में होती है तब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। चंद्रमा के छाया वाले छेत्र में सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाता है और वहां अंधेरा हो जाता है। तब चंद्रमा का यह भाग पृथ्वी से नहीं दिखाई देता। इसे चंद्रग्रहण कहते है।
अर्थात चंद्रग्रहण, चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया पड़ने से होता है। जैसा की फोटो में दिया गया है।
चंद्रग्रहण पूर्णिमा को ही होता है। परन्तु हर पूर्णिमा को नहीं क्योंकि प्रत्येक पूर्णिमा को सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा ठीक एक सीध में नहीं आते।
सूर्यग्रहण चंद्रग्रहण
सूर्यग्रहण ---- जब सूर्य , चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में हों और चंद्रमा सूर्य तथा पृथ्वी के बीच में हो तो चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है। पृथ्वी पर छाया वाले छेत्र में सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाता है और वहां अंधेरा हो जाता है। इसे सूर्यग्रहण कहते हैं।
सुर्यग्रहण व चंद्रग्रहण
सुर्यग्रहण और चंद्रग्रहण किसे कहते हैं
सुर्य ग्रहण
चंद्रग्रहण कैसे होता है
चंद्रग्रहण
चंद्रग्रहण कब होता है
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