विश्व प्रकृतिक संरक्षण दिवस हर वर्ष 28 जूलाई को  के  प्रकृति संरक्षण के लिए मनाया जाता है। वर्तमान दुनिया में वनस्पति विलुप्त हो रहे हैं। जनसंख्या की वृद्धि तेजी से हो रही है, पर्यावरण भी नष्ट हो रही है। इन्हीं सब खतरो से पृथ्वी पर जीवन का खतरा बढ़ता जा रहा है। बाढ़, भूकम्प, सूखा जैसी प्राकृतिक आपदाएं दिनों पर दिन बढ़ती जा रही है। विश्व प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूकता एवं जिम्मेदारियों को बताने के उद्देश्य से हर साल 28 जूलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के रूप में मनाया जाता है।


आइए प्रकृति संरक्षण के प्रति हम अपनी जिम्मेदारियों को जानते हैं।


1. जहा कभी - कभी हम पैदल या साइकिल से जा सकते हैं, वहा मोटर साइकिल या अन्य वाहन का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा ना करें जहा हो सके वहा तक पैदल या साइकिल से ही चले। इससे प्राकृतिक संसाधन जैसे डीजल, पेट्रोल का भी संरक्षण होगा।


2. आपने जरूर देखा होगा कि घर में सब्जी के छिलके या कचरो को घर के कोने या किसी अन्य खुले जगह फेक दिया जाता है। ऐसा ना करें कचरे और छिलके को हमेशा कूड़ेदान में डाल दिया करे या अपने खाद वाले कूड़ा पर फेंके।



3. आप बाजार समान लेने जरूर जाते होंगे देखा होगा कोई भी चीज दुकानदार पालीथिन में रखकर दे देता है। और हम लोग लेते आते हैं। फिर उसे उपयोग कर या वैसे फेक देते हैं। ऐसा ना करें पालीथिन सड़ता - गलता नहीं है एसे चीजों को उपयोग करे जो दोबारा उपयोग में लाया जा सके जैसे - झोला, बैग, टोकरी आदि। पालीथिन के जगह कागज के थैले का उपयोग करें।,


4. पेड़ - पौधे हमलोगो के लिए कितने उपयोगी है इसका अंदाजा हमलोग अपने श्वसन क्रिया से लगा सकते हैं। पेड़ पौधों के द्वारा ही कार्बन - डाई आक्साइड गैस ग्रहण कर आक्सीजन निकलता है। जिस आक्सीजन गैस का उपयोग हमलोग अपने श्वसन क्रिया में करते हैं। इसलिए सार्वजनिक जगहों और अपने घरों के जगहों पर पेड़ जरूर लगाएं।।


5. आपने शहरों किनारे बड़े - बड़े फैक्ट्रियों के दूषित जल को नालो या पाइप द्वारा नदियों में गिरता जरूर देखा होगा।

सड़को किनारे या किसी अन्य जगहों पर हमेशा चालू रहने वाला टोटी भी देखा होगा। इन्हीं सब कारणों से ही दिनों पर दिन जल प्रदूषण बढ़ती जा रही है। ऐसे चीजों को रोकने के लिए लोगो को समझाए और सही सलाह दे। गाड़ी धोने, नहाने व साफ - सफाई के लिए आवश्यकता भर पानी का इस्तेमाल करें।


इन सब बातो को अपनी जिममेदारिया बनाकर अपने जीवन में उपयोग जरूर करें। और विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर दूसरे को भी प्रकृति संरक्षण के बारे में जरूरी बाते जरूर लगाएं।